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महान गणितज्ञ और खगोलशास्त्री: आर्यभट्ट 🧠

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          +-* महान गणितज्ञ और खगोलशास्त्री आर्यभट्ट-- परीचय:- प्राचीन भारत ने विशव को कई महान गणितज्ञ और वैज्ञानिक दिए है उन महान विभुतीयो मे एक नाम है आर्यभट्ट , जिन्होंने गणित और खगोलशास्त्र मे योगदान दिया उनका ज्ञान आज भी पुरी दुनीया के लिए प्रेरणा है| 🧠आर्यभट्ट का जीवन:- आर्यभट्ट का जन्म 476 ई. सा. पूर्व मे माना जाता है की उनका जन्म कुसुमपुर ( पटना बिहार) मे हुआ था उन्होंने कम उम्र मे ही गणित और खगोलशास्त्र मे रूचि दिखाना सुरु कर दिया| 📕 प्रमुख पुस्तक - आर्यभट्ट :- आर्यभट्ट की सबसे प्रसीद्ध पुस्तक` अर्यभट्टीय, है जिसमे उन्होंने गणित और खोगल के जटिल सिद्धांतों को सरल भाषा मे समझाया है, यह चार भागो मे विभाजित है - • गीतिकपाद    ( समय और खगोल की गढ़ना)  • गणितपाद     ( अंकगणित और बीजगणित) • कालक्रियापद ( काल की गढ़ना)  • गोलपाद        ( गृहों की गती और गोल पृथ्वी की गढ़ना)  🔢 गणित मे योगदान :- • शून्य के स्पष्ट समझ और उपयोग • π (पाई)का मान3.1416 के करीब बताया • त्रिकोणमीती की सुरुवात  sin, cos....

🇮🇳 भारत - सिंगापुर का संयुक्त सैन्य अभ्यास `बोल्ड कुरुक्षेत्र 2025

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भारत के इतिहास का काला दिन (27 July 2015)DR A P J Abdul klam ...🇮🇳

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  ➡️डॉ ए. पी. जे. अब्दुल कलाम की निधन                 तीथी: एक काला दिन भारत के इतिहास      27 July -  यह दिन भारत के इतिहास मे` ब्लैक दिन, के नाम से जाना जाता है यही वो दिन था जिस दिन हमने एक महान वैज्ञानिक 🗜 और जनता के राष्ट्रपति  DR. A. P. J. अब्दुल कलाम को खो दिया. ➡️ वह दिन जब भारत रोया:- 27 जुलाई 2015 को  डॉ कलाम शिलांग के IIM मे लेक्चर दे रहे थे उनकी अंतिम लाईन थी - Creating a livable planet earth 🌎   यही बोलते हुए वे धरती पर गिर पड़े और कुछ ही समय बाद उनकी धड़कन रुकने से उनका निधन हो गया | 🗜 विज्ञान और देशभक्ती का आदर्श चेहरा:- डॉ कलाम एक वैज्ञानिक नहीं थे, बल्कि एक विचारधारा थे उन्होंने भारत को शसत्र बनाने के लिए मिशइल, प्रौद्योगिकी और शिक्षा के क्षेत्र मे विशेष योगदान दिया उनका सपना था - भारत को 2020 तक एक विकसित राष्ट्र बनाना  📚-शिक्षा ही शक्ति है   यह उनका संदेश था उनका मानना था की युवा ही भारत का भविष्य है उन्होंने जीवन भर लोगो को प्रेरित किया, पढ़ाया और उन्हे आत्मविश्वास...

कारगिल विजय दिवस..... जय हिंद🇮🇳🇮🇳

✅  कारगिल युद्ध (वर्ष 1999) में देश के लिए है सर्वोच्च बलिदान देने वाले भारतीय सैनिकों के शौर्य पराक्रम व बहादुरी के सम्मान में श्रद्धांजलि अर्पित करने हेतु हर वर्ष 26 जुलाई को कारगिल विजय दिवस मनाया जाता है ✅ वर्ष 1999 के शुरुआती महीनों में भारतीय इलाके की नियंत्रण सीमा रेखा के कई ठीकांनो जैसे:- द्रास,मार्कोह,काक्सर और यातालिक पर अपने आप को मुजाहिदीन बताने Walon ने कब्जा कर लिया था ✅ 1998-1999 की सर्दियों के दौरान पाकिस्तानी सशस्त्र बलों ने कारगिलदा, लद्दाख के द्रास और  बटालिक सेक्टर मे NH A1 पर स्थित किलेबन्द ठिकानों पर कब्जा करने के लिए नियंत्रण रेखा LOC के पार सैनिकों को प्रशिक्षित और गुप्त रूप से तैनात किया   ✅ भारतीय सैनिकों ने पहले तो इन्हें  जिहादी या आतंकवादि समझा लेकिन जल्द ही है स्पष्ट हो गया की यह hamla एक सुनियोजित सैन्य अभियान था   ✅ यह यूद्ध वर्ष 1999  की गर्मियों में कारगिल सेक्टर के मशकोह घाटी से लेकर तुर्ंतुक् तक फैली 170 किलोमीटर लम्बी पर्वतीय सीमा पर लड़ा गाय था भारतीय सेना ने ओपरेन विजय की शुरुआत करके इसका जवाब दिया | ✅ वर्ष 2...

श्रीनिवास रामानुजन: गणित का अद्भुत जादूगर...

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     ✍️ श्रीनिवास रामानुजन: गणित का अदभुत जादूगर                  जन्म-   22 December 1887                   निधन-  26 April 1920 जब हम गणित के अध्यन की बात करते है तो श्रीनिवास रामानुजन का नाम सबसे उपर आता है एक ऐसे व्यक्ती की कहानी जिसने गरिबी, समाज के ताने जैसे बाधाओ का सामना करते हुए  गणित विषय की एक अलग ऊंचाई दी  श्रीनिवास रामानुजन जी का जीवन हर एक छात्र के लिए प्रेरणादायक है ☺ प्रारंभिक जीवन - रामानुजन का जन्म 22 दिसंबर,1887 को तमिलनाडु के ईरोड नामक स्थान पर हुआ इनकी आर्थिक दशा ठीक नहीं थी तथा इनके पिता एक क्लर्क थे रामानुजन को  संख्याओं मे बहुत अच्छे रुचि होने से  10 साल की उम्र तक इन्होंने हाईस्कूल तक का गणित अध्यन कर लिया था  📕 शिक्षा और संघर्ष: रामानुजन को पारंपरिक शिक्षा मे ज्यादा रुचि नहीं थी गणित के अलावा ये और विषय मे असफल हो जाते थे जिसके कारण उन्हे छत्रवर्ती और कॉलेज 🎓 छोड़ना पड़ा लेकिन वो लगे रहे|एक अंग्रेजी पुस्तक -, A ...